राहु का गोचर शनि के नक्षत्र में होने जा रहा है, जिससे कुछ राशियों को इसका असर बहुत ज्यादा महसूस होगा। इसके माध्यम से राहु अपनी गतिविधियों में वृद्धि करेगा और इन राशियों के जीवन में उथल-पुथल और अनियमितता आ सकती है। इसके अलावा, धन हानि और सेहत पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है।
पापी ग्रहों का राशि परिवर्तन करना और नक्षत्र परिवर्तन करना ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसी तरह, राहु भी निश्चित अवधि के बाद राशि बदलते हैं और अपनी गति में नक्षत्र परिवर्तन करते हैं। वर्तमान में, राहु मीन राशि और रेवती नक्षत्र में स्थित हैं। हालांकि, 8 जुलाई को सुबह 4 बजकर 11 मिनट पर रेवती नक्षत्र से निकलकर उत्तरा भाद्रपद में प्रवेश करेंगे। इस नए नक्षत्र में प्रवेश से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलेगा, जबकि कुछ को संभलकर रहने की आवश्यकता होगी। आइए जानें कि राहु के उत्तराभाद्रपद में प्रवेश करने से किन राशियों को हो सकती हैं मुश्किलें…
प्रभावित राशियां
मेष राशि (Mesh Zodiac)
मेष राशि के जातकों के लिए राहु का उत्तराभाद्रपद में गोचर लाभकारी सिद्ध नहीं होगा। राहु इस राशि के बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आपकी कुंडली में राहु की स्थिति अशुभ है, तो आपको अचानक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है और धन हानि भी हो सकती है। इस समय में कर्ज लेने की नौबत आ सकती है और शत्रुओं से भी सावधान रहना चाहिए। लेकिन यदि आप विदेश में व्यापार कर रहे हैं, तो इस समय में आपको अच्छा लाभ हो सकता है। विदेश में नौकरीपेशा लोगों को इस समय में अचानक ट्रांसफर होने की संभावना है। इसलिए इस अवधि में सावधानी बरतने की आवश्यकता है और विचारपूर्वक निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
मिथुन राशि के लोगों के लिए राहु दसवें भाव में गोचर कर रहे हैं, जो इस समय कोई बड़ा परिवर्तन का संकेत देता है। राहु का इस भाव में होना अच्छा नहीं माना जाता है और इस समय आपको विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आपकी कुंडली में राहु और शनि की स्थिति अशुभ है, तो आपको काम में कमी, ट्रांसफर या नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने व्यापारिक क्षेत्र में थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है और अच्छे निर्णय लेने की सलाह दी जाती है। विदेश यात्रा कर रहे लोगों को भी इस समय में धन हानि के संकेत मिल रहे हैं, इसलिए ध्यान देने की आवश्यकता है।
कर्क राशि (Kark Zodiac)
कर्क राशि के जातकों के लिए राहु नवम भाव से गोचर कर रहे हैं। इस गोचर को इस राशि के लोगों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है। इस समय में इस राशि के जातकों को जीवन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। अध्यात्मिक रूप से रुचि में कमी हो सकती है और इसके अलावा आपके जीवन में और भी अधिक परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। शनि कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा के शत्रु हैं, इसलिए इस समय में आपको संसारिक तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। आपके पिता की सेहत को भी इस समय में संभालने की आवश्यकता हो सकती है। मानसिक तनाव का सामना भी हो सकता है, इसलिए अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधानी बरतें। आप काम में अधिक भागदौड़ करेंगे, लेकिन इस समय में सफलता या मुनाफा प्राप्त नहीं हो सकता है। इसके साथ ही, विदेश में व्यापार करने वालों को भी अच्छी तरह से सचेत रहने की आवश्यकता है, क्योंकि इस समय में धन हानि का संकेत दिखाई दे सकता है।