इस साल मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। ऐसे में इन तीनों राषियों को शनि से संबंधित अनेक चुनौतियों का सामना करना पड रहा है। यदि किसी का शनि खराब है तो उसे मेहनत का फल नहीं मिलता है। बिजनेस में किया गया कमिटमेंट समय पर पूरा नहीं होता है। अगर नौकरी करते हैं तो उसमें परेशानी आती है और घर पर जीवनसाथी से छोटी-छोटी बातों पर घर में कलह होती है।
सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी के अनुसार शनि ग्रह शांत करने के लिए हनुमान जयंती बेहद शुभ है। संकटमोचक हनुमान जी की पूजा करने से हर समस्याएं दूर होंगी। कहा जाता है कि शनि की साढ़ेसाती का भी बुरा असर हनुमान जी की पूजा करने से खत्म हो जाता है। इसके पीछे मान्यता है कि रावण ने एक समय शनिदेव को बंधक बना लिया था। तब हनुमान जी ने शनिदेव को रावण के चंगुल से मुक्त कराया था। जब शनि देव बजरंगबली की मदद से कैद से मुक्त हुए तो उन्होंने बजरंगबली से वरदान मांगने को कहा। बजरंगबली ने शनि देव से वरदान मांगा कि, जो भक्त मेरी पूजा करेगा उसे आप कभी कष्ट नहीं देंगे। कहा जाता है कि तब से किसी भी हनुमान भक्त को शनिदेव तंग नहीं करते।
हनुमान जयंती पर चंद्रमा गुलाबी रंग में दिखेंगे
इस बार हनुमान जयंती पर 23 अप्रैल को रात 12ः30 से 1 बजे के बीच चंद्रमा सफेद नहीं बल्कि गुलाबी रंग में रंगा नजर आएगा। ऐसा तभी होता है कि जब चंद्रमा की रोशनी सीरस बादलों के पतले आवरण में बर्फ के क्रिस्टल से अपरिवर्तित हो जाती है।
हनुमान जी कृपा प्राप्त करने के लिए यह करें
– पान, तुलसी दल और बूंदी के लड्डू चढ़ाएं।
– पैसों की तंगी से छुटकारा पाने के लिए हनुमानजी को तुलसी की माला अर्पित करने से व्यक्ति को धन लाभ प्राप्त होगा। उनके प्रिय चमेली के फूल भी अर्पित करें।
– इस दिन सुंदरकांड के पाठ का बहुत अधिक महत्व होता है। वैसे भी सुंदरकांड का पाठ करने से शनि की बुरी दशा टल जाती है।
-शनि की साढ़ेसाती और ढैया से मुक्ति पाने के लिए चमेली या तिल के तेल का दीपक जलाएं। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से शनि की बाधा दूर होती है।
– मंदिर में तांबे के बर्तन में जल और सिंदूर का मिश्रण हनुमान जी को अर्पित करें।
– मंदिर में गुड़, चना और केला हनुमान जी को अर्पित करें।