आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा रहे हैं या आपकी प्रॉपर्टी लंबे समय से नहीं बिक रही है? या फिर आपके कामों में लगातार रुकावटें आ रही हैं? अगर आपने कई उपाय आजमा लिए हैं और कोई फायदा नहीं हुआ है, तो आज मैं आपको एक अचूक उपाय बताने वाली हूं, जिसे आप अंगारक संकष्टि के दिन कर सकते हैं।
अंगारक संकष्टि का महत्व
जब संकष्टि मंगलवार को आती है, तो उसे अंगारक योग कहा जाता है। यह दिन गणपति बापा का माना जाता है और इस दिन किए गए उपायों का असर बहुत जल्दी होता है, बशर्ते उन्हें पूरे विश्वास के साथ किया जाए।
उपाय की विधि
- पांच लाल फूल लें: ये फूल किसी भी प्रकार के हो सकते हैं जैसे गुड़हल या गुलाब।
- एक बाउल में पानी भरें: बाउल किसी भी मटेरियल का हो सकता है।
- फूलों को बाउल में रखें: बाउल को अपने पूजा स्थान पर गणपति बापा के आगे रखें। अगर गणपति बापा की फोटो नहीं है, तो एक छोटी सुपारी रखें।
- मंत्र जाप: “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें। इसके बाद गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करें।
- प्रार्थना करें: अपनी इच्छाओं को गणपति बापा के सामने रखें। अगर व्रत कर सकते हैं तो करें, लेकिन यह उपाय बिना व्रत के भी कर सकते हैं।
- पानी और फूलों का उपयोग: अगले दिन बाउल के पानी को पौधों में डालें और फूलों को किसी पेड़ के नीचे मिट्टी में दबा दें।
बच्चों के लिए विशेष उपाय
अगर आपके बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा रहे हैं, तो आप मोर पंख का उपयोग कर सकते हैं:
- मोर पंख लें: इसे हाथ में लेकर गणपति बापा को याद करें और बच्चे के लिए प्रार्थना करें।
- मोर पंख का स्थान: मोर पंख को बच्चे की किताब में रखें या उसके कमरे के दक्षिण पश्चिम कोने में लगाएं। इससे उसकी याददाश्त और पढ़ाई में सुधार होगा।
विश्वास और मेहनत का महत्व
ये उपाय छोटे हो सकते हैं, लेकिन इन्हें विश्वास के साथ करना जरूरी है। मेहनत भी जरूरी है, क्योंकि बिना मेहनत के कोई उपाय सफल नहीं होता।