शास्त्रों में सावन के महीने का खास महत्व है, क्योंकि यह महीना देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी, और इसी महीने भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार करने का वरदान दिया। इस महीने जो भी व्यक्ति सच्चे मन से भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए, इस महीने हर व्यक्ति अपनी-अपनी तरह से भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव रुष्ट हो सकते हैं और इससे आपके जीवन में दरिद्रता आ सकती है? आइए, जानते हैं वो चीजें कौन सी हैं…
तुलसी का अर्पण न करें
भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्जित माना गया है। इसके पीछे एक मान्यता है कि भगवान शिव ने तुलसी के पति, असुर जालंधर का वध किया था, जिसके बाद तुलसी ने भगवान शिव की पूजा से खुद को वंचित कर लिया। इसलिए, यदि आप भगवान शिव की पूजा में तुलसी का उपयोग करते हैं, तो आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।
शंख से जल अर्पित न करें
भगवान शिव की पूजा में शंख का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक बार सभी देवता दैत्य शंखचूड से परेशान थे, तब भगवान शिव ने त्रिशूल से उसका वध कर दिया, जिससे उसका शरीर भस्म हो गया और उसी भस्म से शंख की उत्पत्ति हुई। इसलिए भगवान शिव की पूजा में शंख का प्रयोग वर्जित है। यदि आप शंख से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं, तो यह गलत माना जाएगा, और ऐसा करने से भोलेनाथ रुष्ट हो सकते हैं।
ये फूल न चढ़ाएं
भोलेनाथ पर कभी भी लाल रंग के फूल, केतकी, और केवड़े के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए। ऐसा करने से आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा, क्योंकि शास्त्रों में इन फूलों को भोलेनाथ पर चढ़ाने की मनाही है।
हल्दी और रोली का प्रयोग न करें
भगवान शिव की पूजा में हल्दी और रोली का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। हल्दी स्त्रियों से संबंधित वस्तु मानी जाती है, जबकि शिवलिंग को पुरुष तत्व माना गया है। इसलिए शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए।
नारियल का पानी न डालें
भगवान शिव का अभिषेक करते समय नारियल के पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं, और आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा।