हिंदू धर्म में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य को करने से पहले शुभ-अशुभ मुहूर्त का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर महीने ऐसे पांच दिन होते हैं जिनमें किसी भी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पांच नक्षत्रों के संयोग से पंचक का निर्माण होता है। कुल 27 नक्षत्र होते हैं, जो 12 राशियों में बंटे होते हैं। जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है, तब पंचक लगते हैं। जुलाई महीने का पंचक 23 जुलाई से आरंभ हो रहा है। आइए जानते हैं कब समाप्त हो रहे हैं पंचक और इस दौरान क्या करें और क्या नहीं…
कब से कब तक पंचक जुलाई 2024?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जुलाई 2024 के पंचक 23 जुलाई को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 27 जुलाई को दोपहर 1 बजे समाप्त हो रहे हैं।
जुलाई में लगेगा अग्नि पंचक
हर पंचक की अपनी अलग-अलग प्रकृति होती है और पंचक का नाम वार के अनुसार रखा जाता है। जुलाई में पंचक मंगलवार से शुरू हो रहे हैं, इसलिए इसे अग्नि पंचक कहा जाएगा। इस दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है, लेकिन कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है।
अग्नि पंचक में क्या करें और क्या न करें?
अग्नि पंचक के दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है और कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है।
- दक्षिण दिशा की यात्रा न करें: पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि यह दिशा यमराज से जुड़ी मानी जाती है।
- घर निर्माण कार्य से बचें: पंचक के दौरान किसी भी तरह के घर, इमारत या छत नहीं डालनी चाहिए। इससे घर में रहने वाले सदस्यों के बीच सुख-शांति नहीं रहती है और आर्थिक हानि हो सकती है।
- अग्नि से संबंधित चीजों का संग्रह न करें: अग्नि पंचक के दौरान अग्नि से संबंधित चीजों को एकत्र नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आग लगने का भय बना रहता है।
- नया बिस्तर न खरीदें: पंचक अवधि के दौरान नया बिस्तर खरीदना या चारपाई, बेड आदि का निर्माण नहीं करना चाहिए।