हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित की जाती है। जनवरी के माह में कोन-कोन मांगलिक कार्य की शुरुआत की जाती नहीं जाती । विनायक चतुर्थी की गणेश जी की पूजा करने और व्रत रखने की प्रथा साधन है। आइए जानें जनवरी में विनायक चतुर्थी का व्रत कब रखा जाएगा और यह दिन क्यों और कैसे शुभ मुहूर्त के साथ मनाया जाना चाहिए।
विनायक चतुर्थी की तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2025 में पौष मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआति 3 जनवरी को रात 1:08 बजे शुरू होगी और इसका समापन 3 जनवरी को सुबह 11:39 बजे होगा। इस लिए विनायक चतुर्थी की पूजा 3 जनवरी को की जाएगी।
विनायक चतुर्थी के शुभ योग
चतुर्थी के दिन सिद्धि योग की सृज्जना कररही है। इस दिन रवि योग, धनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र की युक्तियां बनेंगी। इन शुभ योगों में गणेश जी की चारा से पूजा करने से जीवन के सभी कार्यों में लाभ मिलता है।
विनायक चतुर्थी की पूजा विधि
- पूजा के दिन सुबह स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- पूजा घर की साफ-सुधाई करें और साफ चौकी रखें।
- चौकी पर लाल कपढ़ा बिछाकर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
- गणेश जी को दूर्वा, फूल, अक्षत और घी की पूजा चढ़ाएं।
- गणेश जी को मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
- अंत में विनायक चतुर्थी की कथा का पाठ करें और आरती करें।
विनायक चतुर्थी की महत्व
शास्त्रों के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन को भगवान गणेश की कृपा प्राप्ति का दिवस माना गया है। इस दिन की पूजा करने से साधक के जीवन से सारे विघ्नों का नाश होता है और भक्त की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।