अगहन का महीना अपने साथ कई महत्वपूर्ण व्रत और पर्व लेकर आता है। विवाह पंचमी के बाद चंपा षष्ठी और उसके अगले दिन भानु सप्तमी का व्रत रखा जाता है। यह व्रत भगवान सूर्य को समर्पित है और उनके पूजन का विशेष महत्व है। वर्ष 2024 में भानु सप्तमी का व्रत 8 दिसंबर, रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से जीवन की समस्याओं का समाधान और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
भानु सप्तमी का महत्व
भानु सप्तमी को रथ सप्तमी और अचला सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की सप्तमी को मनाया जाता है। 2024 में पहली बार भानु सप्तमी 25 अगस्त को मनाई गई थी, और अब यह अगहन मास में 8 दिसंबर को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में मान-सम्मान और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। सूर्य चालीसा का पाठ और सूर्य मंत्र का जाप करने से पूजा का प्रभाव दोगुना हो जाता है।
भानु सप्तमी पर सूर्य देव की पूजा विधि
- प्रातःकालीन स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सूर्य देव को प्रणाम करें।
- अर्घ्य प्रदान: तांबे के लोटे में रोली, अक्षत और फूल डालें। इसमें गंगाजल मिश्रित जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाएं।
- पूजन सामग्री अर्पित करें: भगवान सूर्य को गंध, पुष्प, धूप और दीप अर्पित करें।
- मंत्र जाप: पूजा के दौरान सूर्य मंत्र और स्तोत्र का पाठ करें। इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- आरती: अंत में सूर्य देव की आरती करें और उनसे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगें।
भानु सप्तमी का पुण्य प्रभाव
भानु सप्तमी के दिन भगवान सूर्य की आराधना करने से कई लाभ मिलते हैं।
- मान-सम्मान में वृद्धि: सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति के सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
- समस्याओं का निवारण: जीवन में चल रही बाधाओं और समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- आरोग्य लाभ: सूर्य की उपासना से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
भानु सप्तमी पर क्या करें
- सूर्य देव को अर्घ्य देना न भूलें।
- सूर्य चालीसा और सूर्य मंत्र का जाप करें।
- इस दिन व्रत रखें और सूर्य देव के लिए विशेष भोग लगाएं।
भानु सप्तमी का संदेश
भानु सप्तमी का पर्व हमें यह संदेश देता है कि नियमित पूजा और आस्था से जीवन में सकारात्मकता और खुशहाली लाई जा सकती है। सूर्य देव के प्रति श्रद्धा रखने से जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है।
इस भानु सप्तमी पर सूर्य देव की आराधना करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुखमय बनाएं।