रक्षाबंधन का पर्व हिंदू शास्त्रों में विशेष महत्व रखता है। हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को यह त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, जिसे रक्षा सूत्र कहा जाता है, और भाई उन्हें उपहार देते हैं। इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा, और इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जो इस दिन के महत्व को और भी बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं राखी बांधने का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व…
रक्षाबंधन 2024 की तिथि कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को सुबह 3:03 बजे से शुरू हो रही है और रात 11:54 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के आधार पर, रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को ही मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन 2024 भद्राकाल का समय:
- भद्रा समाप्ति समय: दोपहर 01:31 बजे
- भद्रा पूंछ: सुबह 09:51 से 10:53 बजे तक
- भद्रा मुख: सुबह 10:53 से दोपहर 12:37 बजे तक
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 19 अगस्त 2024, सोमवार को दोपहर 1:31 बजे तक भद्रा का समय रहेगा, जो पाताल में निवास करती है। धर्मशास्त्र के अनुसार, 19 अगस्त को दोपहर 1:31 बजे के बाद रक्षाबंधन का शुभ कार्य करना अधिक लाभकारी रहेगा। इसका मतलब है कि भद्राकाल के समाप्त होने के बाद ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधें। विशेष परिस्थितियों में रक्षाबंधन मनाने वाले भद्रा पूंछ काल के दौरान भी राखी बांध सकते हैं।
रक्षाबंधन पर बन रहे शुभ योग:
रक्षाबंधन के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग शामिल हैं। इस दिन सूर्य देव अपनी स्वराशि में गोचर कर रहे हैं और कर्मफल दाता शनि देव शश राजयोग में विराजमान हैं। इसके साथ ही बुध और शुक्र भी इस राशि में होंगे, जिससे बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है।