हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय के कर्ता और कर्मफल दाता माना जाता है। वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि एक धीमी गति वाला ग्रह है और एक राशि में लगभग ढाई साल तक रहते हैं। एक राशि चक्र पूरा करने में उन्हें लगभग 30 साल लगते हैं, लेकिन वह समय-समय पर मार्गी, वक्री, उदय और अस्त होते रहते हैं। वर्तमान में, शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान हैं। शनि 29 जून 2024 को रात 11:40 बजे कुंभ राशि में वक्री हो गए थे और चार महीने बाद, 15 नवंबर 2024 को शाम 05:09 बजे मार्गी होंगे। शनि के कुंभ राशि में होने से शश नामक राजयोग का निर्माण हो रहा है। शनि के मार्गी होने के बाद भी यह राजयोग सक्रिय रहेगा, जिससे कुछ राशियों के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा।
शश राजयोग को पंचमहापुरुष में से एक माना जाता है। यह तब बनता है जब शनि लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में तुला, मकर या कुंभ राशि में स्थित होता है। इस राजयोग के बनने से कई राशियों की किस्मत में सुधार होगा और उन्हें जीवन में सुनहरे मौके मिलेंगे।
मेष राशि:
इस राशि के जातकों के लिए शश राजयोग लाभकारी सिद्ध हो सकता है, क्योंकि शनि आय भाव यानी ग्यारहवें भाव में मार्गी होंगे। इससे करियर में लाभ, नौकरी में प्रगति और व्यापार में अच्छे अवसर मिल सकते हैं। आपको निवेश से भी अच्छा रिटर्न मिलेगा और सट्टेबाजी व लॉटरी के जरिए धन कमाने के भी योग हैं।
मकर राशि:
मकर राशि के जातकों के लिए शश राजयोग काफी लाभकारी साबित हो सकता है, क्योंकि शनि धन और वाणी के भाव यानी दूसरे भाव में मार्गी होंगे। इससे धन लाभ और रिश्तों में सुधार की संभावना है। आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
कुंभ राशि:
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि का मार्गी होना शश राजयोग के निर्माण से लाभकारी हो सकता है। इन जातकों को विदेश जाने का मौका और करियर में बड़ी सफलताएं मिल सकती हैं। पदोन्नति, वेतन वृद्धि, और रुके हुए कानूनी मामलों में सफलता की संभावना है।