भगवान गणेश को हिन्दू धर्म में प्रथम पूज्य माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति की पूजा-अर्चना से होती है। गणेश जी को विघ्नहर्ता और शुभता का प्रतीक माना जाता है। उनकी आराधना करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और समृद्धि का वास होता है। परंतु क्या आप जानते हैं कि गणेश जी की आरती करने के बाद तीन विशेष शब्दों का उच्चारण करने से आपके भाग्य का उदय हो सकता है और आपके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी? आइए जानते हैं इन तीन शब्दों के महत्व के बारे में।
गणेश आरती का महत्व
गणेश जी की आरती का विशेष महत्व है। आरती के माध्यम से हम भगवान गणेश की महिमा का गुणगान करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। आरती करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
तीन विशेष शब्द
गणेश जी की आरती करने के बाद तीन विशेष शब्दों का उच्चारण करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। ये तीन शब्द हैं:
- “श्री गणेशाय नमः”
- “विघ्ननाशाय नमः”
- “सिद्धिविनायकाय नमः”
इन शब्दों का महत्व
- “श्री गणेशाय नमः”: इस मंत्र का अर्थ है “गणेश को नमन”। यह मंत्र गणेश जी की महिमा का बखान करता है और हमें उनके प्रति समर्पण भाव रखने की प्रेरणा देता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति की हर समस्या का समाधान संभव होता है।
- “विघ्ननाशाय नमः”: इस मंत्र का अर्थ है “विघ्नों के नाशक को नमन”। गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन के सभी विघ्न और बाधाओं का नाश होता है और समृद्धि का आगमन होता है।
- “सिद्धिविनायकाय नमः”: इस मंत्र का अर्थ है “सिद्धिविनायक को नमन”। सिद्धिविनायक वह हैं जो सभी कार्यों में सिद्धि प्रदान करते हैं। इस मंत्र का उच्चारण करने से सभी कार्य सफल होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
इन मंत्रों के लाभ
इन तीन शब्दों का उच्चारण करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है, जीवन में सकारात्मकता आती है, और हर कार्य में सफलता मिलती है। यह मंत्र हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और हमें जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
भगवान गणेश की आरती करने के बाद इन तीन शब्दों का उच्चारण करना अत्यंत फलदायक होता है। इससे न केवल हमारे जीवन की समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि हमारे जीवन में खुशहाली और समृद्धि भी बनी रहती है। इसलिए, अगली बार जब आप गणेश जी की आरती करें, तो इन तीन विशेष शब्दों का उच्चारण अवश्य करें और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरपूर बनाएं।
“गणपति बप्पा मोरया!”