24 जुलाई 2025 का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन अमावस्या और गुरुवार का दुर्लभ संयोग बन रहा है। यह संयोग न केवल धार्मिक दृष्टि से पावन है, बल्कि पितरों की कृपा प्राप्त करने और पितृ दोष से मुक्ति के लिए अत्यंत उपयुक्त माना गया है।
👥 क्या होता है पितृ दोष?
पितृ दोष एक ऐसा ग्रह दोष है, जो हमारे पूर्वजों की अपूर्ण इच्छाओं, अनजाने अपराधों या समय पर श्राद्ध कर्म न होने के कारण कुंडली में उत्पन्न होता है। इसका प्रभाव जीवन के कई क्षेत्रों में दिखाई देता है:
- किसी भी काम में निरंतरता नहीं बनती – बार-बार रुकावटें आती हैं।
- पीठ के निचले हिस्से में बार-बार दर्द रहना।
- घर में कोई शुभ कार्य हो तो अंतिम समय पर झगड़े या विघ्न आना।
- मानसिक बेचैनी और पारिवारिक अशांति।
अगर आपको या आपके परिवार में किसी को इस प्रकार की समस्याएं लगातार हो रही हैं, तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है।
🌑 अमावस्या + गुरुवार: क्यों है ये दिन खास?
- अमावस्या पितरों की आत्मा को तर्पण और शांति प्रदान करने का सर्वोत्तम दिन माना गया है।
- गुरुवार गुरु बृहस्पति का दिन है जो ज्ञान, धर्म और पूर्वजों की कृपा से जुड़ा हुआ होता है।
👉 इस दिन पितरों के लिए किया गया कोई भी सकारात्मक कर्म और उपाय कई गुना अधिक फलदायी होता है।
🕉️ श्रावण मास में करें यह विशेष उपाय:
चूंकि यह दिन श्रावण मास में भी आ रहा है, अतः भगवान शिव की कृपा भी साथ मिलती है। आप घर पर रहकर बहुत सरलता से यह उपाय कर सकते हैं:
✅ उपाय:
- सुबह शिवलिंग पर अभिषेक करें
- एक साफ लोटे में दूध लें।
- उसमें काले तिल और थोड़ी सी जौ (barley) मिलाएं।
- इस मिश्रण से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- शाम के समय अपने घर के मंदिर में एक देसी घी का दीपक जलाएं।
- यह आपके घर की नकारात्मकता को हटाता है।
- पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
🌟 इस उपाय से मिलने वाले लाभ:
✅ पितृ दोष से मुक्ति
✅ जीवन के रुकावटें दूर होती हैं
✅ पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है
✅ घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौहार्द बढ़ता है
✅ अचानक आने वाली बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त होती हैं
✅ मन में स्थिरता और शांति का अनुभव होता है
📢 निष्कर्ष:
हर इंसान अपने जीवन में पितरों का आशीर्वाद चाहता है, लेकिन कई बार हम अनजाने में उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाते। 24 जुलाई 2025 का यह दुर्लभ दिन हमें यह अवसर देता है कि हम भगवान शिव की पूजा के माध्यम से अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को शुभ बनाएं।
🙏 यह उपाय ना सिर्फ पितृ दोष को शांत करता है, बल्कि आपके घर में सुख-शांति और समृद्धि का द्वार खोल सकता है। इस उपाय को ज़रूर करें और इसे अपने परिवार व मित्रों तक शेयर करें।