कार्तिक पूर्णिमा 15 नवम्बर शुक्रवार को मनाई जाएगी और इस दिन बनने वाले दुर्लभ संयोग विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। यह दिन पूजा, स्नान और दान के लिए अत्यधिक शुभ है, और इस दिन किए गए व्रत और धार्मिक कार्यों से आपको संपूर्ण फल प्राप्त होगा। साथ ही, आपकी सुख-संपत्ति में कई गुना वृद्धि होगी। इस दिन का महत्व शास्त्रों में अत्यधिक बताया गया है। आइए जानते हैं कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर कौन से विशेष संयोग बन रहे हैं और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है।
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव की भी पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध कर देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। इसी कारण इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन पूजापाठ, दानपुण्य, और गंगास्नान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और कई जन्मों के पाप समाप्त हो जाते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे हैं अद्भुत संयोग
इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। चंद्रमा और मंगल एक-दूसरे की राशि में रहेंगे और राशि परिवर्तन का योग बनेगा। इसके अलावा, इस दिन गजकेसरी योग और बुधादित्य राजयोग का भी निर्माण हो रहा है। साथ ही, शश राजयोग भी इस दिन बन रहा है। इसी दिन शनि अपनी राशि कुंभ में मार्गी हो रहे हैं। इन सभी शुभ योगों के कारण इस दिन किया गया दान सौ गुना फल देने वाला होगा और आपके आर्थिक कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की शुरुआत 15 नवम्बर को सुबह 06:19 बजे होगी और समापन 16 नवम्बर को सुबह 02:58 बजे होगा। इस दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सुबह 04:58 बजे से 05:51 बजे तक रहेगा। भगवान सत्यनारायण की पूजा का समय सुबह 06:44 बजे से 10:45 बजे तक रहेगा।
सत्यनारायण पूजा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा का विशेष महत्व है। पद्म पुराण के अनुसार, इस दिन सत्यनारायण की पूजा करने से घर में शुद्धि होती है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इसके साथ ही, ग्रहदशा अनुकूल होती है और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होकर परिवार के सभी सदस्यों को तरक्की प्रदान करती हैं।
निष्कर्ष
कार्तिक पूर्णिमा का यह दिन विशेष रूप से शुभ है और इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों से आप जीवन में सकारात्मक परिवर्तन महसूस करेंगे। इस अवसर पर पूजा, स्नान और दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की प्रा