हनुमान जयंती भारत के भक्तिपूर्ण उत्सवों में से एक है, जिसे भगवान हनुमान के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस पर्व का महत्व विशेष रूप से कर्नाटक में बढ़ जाता है, जहां इसे ‘हनुमान व्रतम’ के रूप में जाना जाता है। इस वर्ष, हनुमान जयंती 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार को पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाएगी। आइए, इस विशेष दिन से जुड़ी तिथि, समय, अनुष्ठान और आध्यात्मिक महत्व पर एक नज़र डालते हैं।
हनुमान जयंती 2024: तिथि और समय
- कन्नड़ हनुमान जयंती तिथि: शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024
- त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 12 दिसंबर 2024 को रात 10:26 बजे
- त्रयोदशी तिथि समाप्त: 13 दिसंबर 2024 को शाम 7:40 बजे
हनुमान जयंती का महत्व
भगवान हनुमान को शक्ति, भक्ति, और विनम्रता का प्रतीक माना जाता है। उनका जीवन भगवान राम के प्रति अटूट समर्पण, असाधारण साहस, और दिव्य चमत्कारों का उदाहरण है। हनुमान जयंती के दिन उन्हें श्रद्धापूर्वक पूजने से भक्तों को साहस, सुरक्षा और आध्यात्मिक ऊर्जा का आशीर्वाद मिलता है।
कर्नाटक में मार्गशीर्ष महीने के दौरान हनुमान व्रत का पालन विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। भक्त विश्वास करते हैं कि इस दिन के अनुष्ठान और उपवास से जीवन की कठिनाइयों पर विजय प्राप्त होती है और भगवान हनुमान की कृपा से सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
हनुमान व्रत की विधि
हनुमान जयंती के दिन भक्त विभिन्न अनुष्ठानों का पालन करते हैं, जो भक्ति और अनुशासन का परिचायक हैं:
- उपवास:
भक्त सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं। यह अनुशासन और भक्ति का प्रतीक है। - मंदिर दर्शन:
हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा और प्रार्थनाएं आयोजित की जाती हैं। भक्त फूल, फल, और प्रसाद अर्पित करते हैं। - शास्त्रों का पाठ:
हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, और हनुमान भजनों का पाठ किया जाता है, जो इस पर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। - सिन्दूर चढ़ाना:
भक्त भगवान हनुमान को सिन्दूर चढ़ाते हैं और स्वयं भी इसे लगाते हैं। यह शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। - दान और सेवा:
भगवान हनुमान के दयालु स्वभाव का सम्मान करने के लिए जरूरतमंदों को भोजन और आवश्यक वस्तुएं दान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
आध्यात्मिक संदेश
हनुमान जयंती केवल एक उत्सव नहीं है; यह भगवान हनुमान के गुणों को आत्मसात करने का अवसर है। यह दिन हमें भक्ति, साहस, और कर्तव्यनिष्ठा का महत्व सिखाता है। भगवान हनुमान के चरणों में की गई प्रार्थना न केवल आत्मबल बढ़ाती है, बल्कि भक्तों को चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है।
निष्कर्ष
हनुमान जयंती 2024 का यह पावन पर्व भक्तों के लिए अपने आराध्य देव को समर्पित होकर जीवन को सकारात्मकता और ऊर्जा से भरने का अवसर है। इस दिन उपवास, पूजन, और सेवा जैसे अनुष्ठान करने से भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सफलता व समृद्धि के द्वार खुलते हैं।
जय हनुमान!