वैदिक पंचांग के अनुसार, साल में दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की गुप्त साधना की जाती है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर 10 महाविद्याओं (मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रुमावती, मां बंगलामुखी, मातंगी और कमला देवी) की साधना की जाती है। इन 9 दिनों में तपस्या और साधना करने वालों को दुर्लभ सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
इस साल, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई से हो रही है। इस अवसर पर घटस्थापना का शुभ मुहूर्त वैदिक पंचांग के अनुसार 6 जुलाई सुबह 05:12 से शुरू होकर 07:25 बजे तक है। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना भी की जा सकती है, जो सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना करना बेहद शुभ माना जाता है। गुप्त नवरात्रि के इस महत्वपूर्ण अवसर पर विशेष धार्मिक महत्व है, जिससे व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
गुप्त नवरात्रि का महत्व:
गुप्त नवरात्रि के 9 दिनों की साधना करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है और सभी प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं। इस अवधि में दस महाविद्याओं की गुप्त साधना की जाती है। मान्यता है कि यदि साधक अपनी साधना को किसी अन्य व्यक्ति को बता देता है, तो पूजा का फल नष्ट हो जाता है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2024 तिथियां
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि – 6 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि द्वितीया तिथि – 7 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तृतीया तिथि – 8 और 9 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि चतुर्थी तिथि – 10 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पंचमी तिथि – 11 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि षष्ठी तिथि – 12 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि सप्तमी तिथि – 13 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि अष्टमी तिथि – 14 जुलाई 2024
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि नवमी तिथि – 15 जुलाई 2024