इस महीने की लाइफलाइन
इस महीने आपके लिए लाइफ लाइन यही है कि आजकल लोग future में जिंदगी को बेहतर बनाने में अपनी आज की जिंदगी को ही वक्त नहीं दे रहे है। कल की परेशानी कम रहे इसके चलते आज परेशानी बढ़ा कर जी रहे है। यह सही है कि हर व्यक्ति को भविष्य बनाने की चिंता होनी चाहिए लेकिन ऐसी और इतनी tension किस काम की! जो आपके आज को ही बिगाड़ दे। चाहे सुखी हो या दुखी अमीर हो या गरीब, सफल हो या असफल, अपने आज को शांति से जीना जरूरी है ताकि आपकी सेहत अच्छी रह सके। यदि आगे की इतनी टेंशन आज करी जाए कि आप अपने शरीर में कोई मानसिक या शारीरिक रोग ले बैठे, तो आप भविष्य में बहुत सफल हो जाने पर भी, सुखी और शांत जीवन नहीं जी पाएंगे। हमेशा हमें याद रहना चाहिए कि पहला सुख निरोगी काया ही बताया गया है।
ग्रहों का परिवर्तन
1. 03 नवम्बर से शुक्र षष्ठ भाव कन्या राशि में रहेंगे।
2. 04 नवम्बर से शनि एकादश भाव कंुभ राशि में मार्गी रहेंगे।
3. 06 नवम्बर से बुध अष्टम भाव वृश्चिक राशि में रहेंगे।
4. 16 नवम्बर से मंगल अष्टम भाव वृश्चिक राशि में रहेंगे।
5. 17 नवम्बर से सूर्य अष्टम भाव वृश्चिक राशि में रहेंगे।
6. 27 नवम्बर से बुध नवम भाव धनु राशि में रहेंगे।
7. 30 नवम्बर से शुक्र सप्तम भाव तुला राशि में रहेंगे।
प्रिय साथियों आप में आम या फिर खास कोई भी हो महिने में 2-3 दिन ऐसे होते हैं जो बहोत निराशावादी बना देते हैं। और वो होते हैं मन-मस्तिष्क के कारक चन्द्रमा की नेगेटिव पॉजिशन के कारण। आप उन डेट को नोट करें और रहें हर पल सावधान।
1, 2, 3, 29, 30 दिसम्बर को चौथे
11, 12 दिसम्बर को आंठवे
20, 21 दिसम्बर को बारहवें
शुभ तारीख
1, 2, 3, 9, 10, 15, 16, 17, 22, 23, 29, 30 दिसम्बर को चन्द्रमा-गुरू का गजकेसरी योग, महीने की शुरूआत से 24 दिसम्बर तक सप्तम भाव में मालव्य योग, 11, 12 दिसम्बर को अष्टम भाव में चन्द्रमा-मंगल का लक्ष्मी योग व 15 दिसम्बर तक अष्टम भाव में व 28 दिसम्बर से नवम भाव में सूर्य-मंगल का पराक्रम योग, 28 दिसम्बर से अष्टम भाव में बुध-शुक्र का लक्ष्मीनारायण योग व 28 दिसम्बर से मंगल-गुरू कर परिवर्तन योग रहेगा।
बिजनस एंड वेल्थ
1. महीने की शुरूआत से 24 दिसम्बर तक सप्तम भाव में मालव्य योग रहेगा जिससे अपने बिजनस को ईथीकली कानूनों के दायरे में रहकर चलाना इस महीने कोई आपसे सीखे।
2. बुध का 27 दिसम्बर तक सप्तम भाव से 3-11 का सम्बध रहेगा व गुरू की सातवीं व नौवीं दृष्टि सप्तम भाव व नवम भाव पर होने से कुछ महीनों से पीछे रहा हुआ आपका बिजनस इस महीने में स्मूदली आगे मूव हो सकता है।
3. 24 दिसम्बर तक शुक्र-शनि का नवम-पंचम राजयोग रहने से इस माह मार्केटिंग से आगे आपको बढ़िया पब्लिसिटी और प्रॉफिट मिल सकते हैं।
4. 13 दिसम्बर से बुध वक्री होगे व धन भाव से षडाष्टक दोष रहेगा जिससे सलाह के बगैर म्यूचुअल फंड्स, शेयर बाजार वगैरह में निवेश इस माह ठीक नहीं होगा।
जॉब एंड प्रॉफेशन
1. महीने की शुरूआत से 15 दिसम्बर तक अष्टम भाव में 28 दिसम्बर से नवम भाव में सूर्य-मंगल का पराक्रम योग रहेगा जिससे इस महीने में आपकी अच्छी परफॉर्मेंस से जूनियर्स और सीनियर्स सभी राजी और इम्प्रेस होंगे।
2. 27 दिसम्बर तक मंगल-शनि दृष्टि सम्बध व केतु की पाचवीं दृष्टि दशम भाव पर होने से जो भी गवर्नमेंट सर्वेंट्स अपने ट्रांसफर चाहते है तो आपका ये डिसीजन सही प्रूव नहीं हो सकता है।
3. 16 दिसम्बर से सूर्य-गुरू का नवम-पंचम राजयोग रहने से इस महीने में आपकी वर्किंग और मैनेजिरियल स्किल्स आपको एक अच्छा टीम लीडर बना सकती है।
4. गुरू-शनि का 3-11 का सम्बध व 28 दिसम्बर से मंगल-गुरू का परिवर्तन योग रहने आपका अपडेटेड रिज्यूम और आपका कॉन्फिडेंट एटिट्यूड इस महीने प्राइवेट जॉब आसानी से दिला सकता है।
फेमिली लाइफ, लव लाइफ एंड रिलेशनशिप
1. महीने की शुरूआत से 24 दिसम्बर तक सप्तम भाव में मालव्य योग रहेगा जिससे आप चाहें तो हरेक रिश्ते में आपका सच्चा प्रेम और समर्पण सुख-शांति ला सकतें हैं, ये ही आपके जीवन का इस महीने मूलमंत्र भी रहेगा।
2. 24 दिसम्बर तक शुक्र-शनि का नवम-पंचम राजयोग रहने से इस महीने में आप शादी की योजना बना सकते हैं और योजना को अमलीजामा पहनाया जा सकेगा।
3. 24 दिसम्बर तक शुक्र-बुध का 3-11 का सम्बध रहेगा रहेगा व गुरू की सातवीं दृष्टि सप्तम भाव पर होने से प्रेमी परिंदे अपने अपने पार्टनर के साथ दिल से जुड़े रहेंगे।
स्टूडेंट्स एंड लर्नर्स
1. महीने की शुरूआत से 15 दिसम्बर तक अष्टम भाव में 28 दिसम्बर से नवम भाव में सूर्य-मंगल का पराक्रम योग रहेगा जिसस हायर एजुकेशन में स्टूडेंट्स और लर्नर्स बेस्ट परफॉर्मर्स देने की पूरी कोशिश कर पाएंगे।
2. गुरू की पाचवीं दृष्टि व शनि की सातवीं दृष्टि पंचम भाव पर होने से अलर्ट और अवेयर मोड में रहिएगा, आपको स्कॉलरशिप या दूसरे बेनिफिट्स मिल सकते हैं।
3. 16 दिसम्बर से सूर्य का पंचम भाव से नवम-पंचम राजयोग रहेगा जिससे कम्पिटिटिव कैंडिडेट्स का अपने बढ़िया फ्यूचर और रिजल्ट्स के लिए मेहनत और रिविजन पर पूरा ध्यान रहेगा।
हेल्थ एंड ट्रेवल
1. महीने की शुरूआत से 27 दिसम्बर मंगल-गुरू का षडाष्टक दोष व राहु की नौवीं दृष्टि अष्टम भाव पर होने से इस महीने लापरवाह होकर फालतू ट्रैवल परिवार को बर्बादी की ओर धकेल सकती है, जितना जरूरी हो उतना ही बाहर निकलें।
2. शनि-केतु का षडाष्टक दोष व बुध-केतु का 4-10 का सम्बध रहने से आपको डल वीजन की शिकायत रह सकती है आप तुरंत डॉक्टर से मिलें।
-:उपाय:-
05 दिसम्बर श्री काल भैरवाष्टमी पर- बैलपत्र पर लाल चंदन से ऊं नमः शिवाय लिखकर पूर्व की ओर मुख करके शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
12 दिसम्बर देव पितृकार्ये भौमवती अमावस्या के पर– 11 पीपल के पत्तो को गंगाजल से साफ धोकर श्रीराम का नाम लिखकर माला बनाकर हनुमान जी को पहनाए व केले का दान किसी गरीब को करें।
16 दिसम्बर मलमास पर- अगर आप किसी विशेष कार्य की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो मलमास के दौरान प्रतिदिन भगवान विष्णु को केसर मिश्रित दूध दक्षिणावर्ती शंख में डालकर अर्पित करें।
22 दिसम्बर मोक्षदा एकादशी पर- सुख की प्राप्ति के लिए शाम के समय तुलसी के पौधे में गाय के घी का दीपक जलाएं। ऊँ गोविंदाय नमः मंत्र का 11 बार जाप करें।
इस वर्ष शनि कुम्भ राशि में एकादश में और राहु मीन राशि Ðादश भाव में रहेंगे। वर्षारम्भ में गुरू मेष राशि में लग्न में रहेंगे और 1 मई को वृष राशि में द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। मंगल ग्रह अपने सरल गति से गोचर करेंगे। 29 अप्रैल से 28 जून तक शुक्र अस्त रहेंगे।
कार्य व्यवसाय़ Â कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारम्भ अनुकूल रहेगा। सप्तम भाव पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आप व्यवसाय व कार्य क्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे। जिससे आपकी आय में वृद्धि होगी। आमदनी के नये स्रोत मिलने की उम्मीद है। कोई नया व्यापार शुरु करने के लिए अच्छा समय है। लग्न का गुरु नवीन विचारघारा नयी योजनाओं को जन्म देगा जिसका उचित लाभ उठा कर आप अपने व्यापार को और सुदृढ¦ बना सकते हैं। इस समय आपका भाग्य भी आपके अनुकूल है। इसलिए कम समय में सफलता प्राप्त कर सकते है।
Ðादशस्थ राहु के प्रभाव से आपके कार्यों में कुछ गुप्त शत्रुओ Ðारा रूकावटें डाली जा सकती हैं। परन्तु आप अपने विवेक से उसे भी अनुकूल बना लेंगे। फिर भी आपको किसी पर विश्वास किये बिना अपना कार्य करते रहना चाहिए। नौकरी करने वाले व्यक्तियों को अप्रैल के बाद सफलता प्राप्त होगी। पदोन्नति के साथ-साथ मान सम्मान में भी वृद्धि होगी।
धन सम्पत्ति Â आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारम्भ उत्तम रहेगा। व्यापारिक अनुकूलता के कारण घनागम में वृ¯ि होगी। एकादश स्थान का शनि आपको भाईयों से लाभ प्राप्त करा सकता है। अप्रैल के बाद आपको रत्न आभूषण इत्यादि वस्तुओं की प्राप्ति होगी। आपके रुका हुआ घन मिल सकता है। परिवार में मांगलिक कार्य के चलते घन का व्यय हो सकता है।
Ðादशस्थ राहु के कारण आप निवेश के मामले में सावघान रहें यदि निवेश करना चाहते हैं तो उस øोत्र से जुड¦े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें। इस वर्ष अचानक कोई बड¦ा निर्णय न लें। सभी कार्य योजनाब¯ तरीके से संपन्न करें।
परिवार एवं समाज Â पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। आपके परिवार में सु§ा शान्ति का वातावरण बना रहेगा। परिवार में एक दूसरे के प्रति परस्पर सहयोग की भावना उत्पन्न होगी जिससे आपस में भावनात्मक लगाव बना रहेगा।
अप्रैल के बाद परिवार में सदस्य सं§या में बढ¦ोत्तरी हो सकती है। यह वृ¯ि विवाह या जन्म से होगी। भाईयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। समाज में आपका पराक्रम बढ¦ेगा। षष्ठस्थ केतु के प्रभाव से आपके मामा मामी के साथ समन्वय मघुर रहेंगे।
संतान Â संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारम्भ बहुत उत्तम रहेगा। पंचम स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आप के बच्चों की उन्नति होगी। शिøाा के प्रति उनकी रूचि बढ¦ेगी। गर्भाघान के लिए समय उपयुक्त है।
यदि आपकी संतान विवाह के योग्य है तो उसका विवाह संस्कार भी हो सकता है। आपके दूसरे बच्चे के लिए भी समय अनुकूल है। उनको अपने कार्य øोत्र में श्रेष्ठ सफलता प्राप्त होगी। आपको अपने बच्चों पर गर्व होगा।
स्वास्थ्य Â स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारम्भ अनुकूल रहेगा। लग्नस्थ गुरु के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अनुकूल बना रहेगा। आपके मन में सदैव अच्छे विचार आएंगे जिससे आप मानसिक रूप से सन्तुष्ट रहेंगे। आपकी सकारात्मक ऊर्जा में वृ¯ि होगी।
करियर एवं प्रतियोगी परीक्षा Â यह वर्ष आपके लिए प्रतियोगिता परीøााओं में सफलता की दृष्टि से अनुकूल रहेगा। यदि उच्च शिøाा हेतु उच्च शैøािणक संस्थान में प्रवेश पाना चाहते हैं तो आपके लिए वर्ष का प्रारम्भ अनुकूल है।
पंचम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से विद्यार्थियांे के लिए समय अच्छा हैै। गुरू ग्रह के गोचर के बाद प्रतियोगिता परीøाार्थियों को सफलता प्राप्त होगी। रोजगार के लिए अप्रैल के बाद समय शुभ है।
यात्रा Â यात्रा की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। वर्षारम्भ में लम्बी यात्रा के योग बन रहे हैं। Ðादशस्थ राहु के प्रभाव से विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं।
यात्रा पर जाते समय स्वास्थ्य का ध्यान र§ों।
धर्म कार्य एवं ग्रह शान्ति Â घार्मिक कार्यों के लिए वर्ष का प्रारम्भ अच्छा रहेगा। नवम स्थान पर गुरू ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपका आध्यात्मिक ज्ञान बढ¦ेगा। जिसके प्रभाव से आपकी पूजा पाठ के प्रति रूचि बढ¦ेगी। आप गुरू मन्त्र लेकर साघना कर सकते है।
Û दुर्गा बीसा कवच अपने गले के घारण करें।
Û नित्य प्रति दुर्गा कवच का पाठ करें।
Û स्फटिक श्रीयन्त्र अपने ¬ार में स्थापित कर उसके सामने नित्य प्रति ¬ाी का दीपक जलाएं।
Û बुघवार के दिन काले कुत्ते को रोटी में गुड¦ डाल कर §िालाएं।