अगर घर में सुख और शांति का हमेशा अभाव बना रहता है। धन आता तो है मगर बीमारी या और खर्च में टिकता नहीं है तो यह वास्तु दोष हो सकता है। जिन घरों में वास्तुदोष होता है वहां घर के तमाम लोग आर्थिक परेशानियों के साथ जीते हैं। किसी घर में अनेक चीजों या फिर बने हुए घर में अनेक वास्तुदोष हो सकते हैं। मगर कुछ चीजों पर फोकस करते हुए वास्तुदोष को कम किया जा सकता है।
यदि आपको लगता है कि जो घर अब बन गया है उसके बाथरूम, किचन या स्टोर रूम में तोड फोड संभव नहीं है तो आसान उपाय ये आर्थिक तंगहाली और गृह क्लेश से मुक्ति पाई जा सकती है।
आप बिना संकोच किए घर के मुख्य द्वार पर पेंट और ब्रश से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। ऐसा करने से घर में किसी भी तरह का वास्तुदोष भी कम होता है साथ ही मंगल ग्रह के दोष भी समाप्त हो जाते हैं। ध्यान रखें बेड के सामने टेलीविजन नहीं होना चाहिए और न ही कोई आइना होना चाहिए क्योंकि इससे गृह क्लेश और झगड़े होते हैं।
यदि घर में मेडिटेशन रूम बना सकें तो बहुत अच्छा रहेगा। इससे कुछ देर अकेले में आत्मनिरीक्षण के साथ मानसिक शांति का अनुभव होगा।
घर के शौचालय का दरवाजा हमेशा लकडी का होना चाहिए। यदि किसी भी धातु का है तो यह अच्छा नहीं माना जाता है।
अगर आपकी आदत घर में रखे दो झाड़ू को एक साथ रखने की है तो उसे अभी से बदल लें। झाड़ू को कभी भी एक दूसरे के ऊपर नहीं रखना चाहिए। उन्हें हमेषा अलग-अलग रखना चाहिए। आपको झाड़ू को हमेशा घर के उत्तर-पश्चिम कोने में रखना चाहिए। बाथरूम में कभी भी खाली बाल्टी नहीं रखना चाहिए। बाथरूम में पानी से भरी एक बाल्टी जरूर रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। अगर ज्यादा बाल्टियां हों तो उन्हें उल्टा करके रखें।
अगर घर नया बन रहा हो
सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी का कहना है कि जो लोग नया घर बना रहे हैं उन्हें किसी एस्ट्रोलॉजर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ से सलाह लेने से पहले यह बातें स्वयं याद रखनी होंगी कि घर के मेन गेट के पास डायनिंग टेबल नहीं होना चाहिए। सभी कमरे रोशनी वाले, हवादार और साइज वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए
कभी भी मेन गेट काले रंग का नहीं होना चाहिए। मेन गेट के बाहर फव्वारा या पानी से संबंधित कोई वस्तु नहीं रखी जानी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात मेन गेट के बाहरी दरवाजे के आसपास अंधेरा नहीं होना चाहिए।