डर, चिंता में घिरे रहते हो तो यह फोबिया नहीं, कुंडली में चंद्र, राहु या मंगल ग्रह का दोष

अपने आसपास देखेंगे तो कोई न कोई व्यक्ति जरूर मिल जाएगा जो हर समय चिंताग्रस्त रहता है। चाहे कितनी भी बड़ी खुशी उसकी जिंदगी में आ जाए तो भी वह व्यक्ति स्तब्ध अवस्था में रहता है। संभव है इस विकट स्थिति से आप भी गुजर रहे हों।
सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी के अनुसार चिकित्सीय भाषा में मन के डर को फोबिया कहा जाता है मगर ज्योतिष शास्त्र में ऐसा कुंडली में मंगल, चंद्र या राहु दोष की वजह से होता है।

चंद्र और राहु अगर कमजोर हो या कुंडली में नीच अवस्था में हो तो इसका प्रभाव उस व्यक्ति के डर के रूप में नजर आता है। चंद्र व राहु ग्रह को मजबूत करने के लिए सूर्य देव व भगवान शिवजी की पूजा करनी चाहिए।
यदि आपके साथ भी ऐसा जा रहा है तो किसी विद्वान एस्ट्रोलॉजर से अपनी कुंडली की जांच कराएं। यदि आपके जन्म का मूलांक 4, 7 या 8 है तो मन में डर पैदा होने की संभावना बढ़ जाती है।

कुंडली में गलत जगह बैठे ग्रहों को प्रसन्न करके चिंता या अवसाद से निजात पाई जा सकती है

चंद्र ग्रह खराब होने पर : चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है और वह मन से जुड़ी समस्याएं पैदा करता है। जब जातक की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब होती है तो वह डर, फोबिया जैसी परिस्थितियों को उत्पन्न करता है।
उपाय : हर महीने में पड़ने वाली एकादशी का व्रत रखने से इस स्थिति पर काबू पाया जा सकता है।

राहु ग्रह खराब होने पर : जब कुंडली में राहु अशुभ फल देने लगता है और कार्यों में असफलता मिलने लगती है। मन न तो किसी कार्य में और न ही पूजा-पाठ में लगता है। लोगों से धोखा मिलने की भय भी लगता है। इनके अलावा जमीन-जायदाद और शेयर मार्केट में निवेश होने पर घाटा लगने की फिक्र, संतानहीनता, राजदण्ड, कारावास, चोर, चोट आदि का भी भय बना रहता है।
उपाय : रोजाना सुबह सूर्यदेव को जल अर्पित करें और सूर्यदेव का का जाप करें। हो सके तो शनिवार को व्रत रखें।

मंगल ग्रह खराब होने पर : मंगल साहस, ताकत, लड़ने की क्षमता, निडरता आदि का कारक माना जाता है। लेकिन कुंडली में मंगल पर बहुत बुरा प्रभाव होता है या कुंडली में मंगल बहुत कमज़ोर होने पर व्यक्ति डरपोक होने के साथ क्रोधी स्वभाव का हो जाता है।
मंगल के अशुभ या कमजोर होने पर भाइयों से विरोध झेलना पड़ता है। यहां तक कि किसी अन्य से अचल संपत्ति, जमीन आदि से जुड़े विवाद कोर्ट में चले जाते हैं। अशुभ मंगल ग्रह के कारण संपत्ति को आग या चोरी आदि से भय बना रहता है।
उपाय : हनुमान जी कर उपासना से मंगल मजबूत हो जाता है।

घर की दशा भी जांच लें : मन में अनजाना डर होने की एक वजह घर की गलत दिशा भी हो सकती है। अवश्य आपके घर का दक्षिण पूर्व कोना हल्का होगा। जिस घर में यह कोण भारी वस्तुओं से विहीन होता है, वहां ऐसी समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा घर के ईशान्य कोण पर भारी वास्तु का संग्रह उन्नति को बाधित कर मन को बेचैन करता है।

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